
जब तक भारत हिन्दू राष्ट्र नही बन जाता मै अन्न ग्रहण नही करूंगा - स्वामी स्वदेशानन्द ब्रह्म गिरि
रांची : गुजरात के साबरमती में पूर्व आयोजित कार्यक्रम के तहत अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री श्री श्री 1008 श्री शिव शंकर गिरि महाराज के नेतृत्व में तथा स्थानीय निवासियों के सहयोग से दो हजार एक सौ मां नर्मदा कलश यात्रा का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सनातनी अखाड़ा के संस्थापक संयोजक स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरि महाराज के मुख्य आतिथ्य में तथा नरेन्द्र मोदी विचार के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि चाणक्य की अध्यक्षता में एवं अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री श्री 1008 श्री बालकानंद गिरि महाराज, अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महन्त देवगिरि महाराज, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषी श्री श्री 108 श्री जयानंद जी महाराज की प्रमुख आतिथ्य में तथा राष्ट्रीय महामंत्री मां दीदी पिंकेश्वरी, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश पांड्या, नरेंद्र मोदी विचार मंच के राष्ट्रीय महामंत्री गणपत भंसाली , प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश नाथ, हुकुम गिरि महाराज , महाराष्ट्र प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक नाथ महाराज के विशेष आतिथ्य में जोगनी मन्दिर रामचौक साबरमती से मां नर्मदा कलश यात्रा भ्रमण कर सभा स्थल तक पहुंचा। सभा में सर्व प्रथम अतिथियों के द्वारा मां नर्मदे जी के छाया चित्र पर मल्यार्पण कर द्वीप प्रज्ज्वलित की गई। तपश्चात अतिथियों को माला पहनाकर, शाल और सम्मान पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी स्वदेशानन्द ब्रह्म गिरि महाराज ने नौ रात्री मे नौ दिन का मौन व्रत रखा था जिसे गुजरात के साबरमती में जय - जय श्री राम के जयकारों के साथ अपना मौन व्रत तोड़ा । मौन व्रत तोड़ने के पश्चात ही स्वामी स्वदेशानन्द ब्रह्म गिरि महाराज ने प्रतिज्ञा ली कि जब तक भारत हिन्दू राष्ट्र नही बन जाता, जब तक गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा नही मिल जाता और जब तक साधु - संतों की सुरक्षा के लिए देश में विशेष कानून नही बन जाता और मेरे एक भक्त के यहां लड्डू गोपाल की किलकारी नही गूंजेगी तब तक मै अन्न ग्रहण नही करूंगा। स्वामी जी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के नेतृत्व में भारत और नेपाल के अनेकों प्रान्त में कलश यात्रा का कार्यक्रम किया जा रहा है। कलश यात्रा का उद्देश्य भारत और नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाकर सनातन धर्म और सनातनियों की रक्षा करना है। अभी देश की संसद में दो सन्त हैं हम देश की संसद में दो सौ सन्तों को पहुंचाकर देश में "सन्त संसद" की स्थापना करेगें। नेपाल में हम सत्य सनातन पार्टी के माध्यम से युवाओं और संतों को नेपाल की संसद में पहुंचा कर युवा संसद की स्थापना करेगें। उन्होंने कहा कि भारत साधु - संतों और ऋषि - मुनियों का देश है। भारत देश ऋषि मुनियों की तपों भूमि है। भारत और नेपाल हिन्दू राष्ट्र बनता है तो अखण्ड भारत का निर्माण होगा। हम भारत को विश्व गुरु के रूप में देखना चाहते हैं। सभा को नरेन्द्र मोदी विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि चाणक्य, अंतर्राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं सनातनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री बालकानंद गिरि महाराज, राष्ट्रीय महामंत्री महन्त जयानंद महाराज, अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री और कार्यक्रम के आयोजक आचार्य शिव शंकर महाराज आदि ने सभा को संबोधित किया। कलश यात्रा कार्यक्रम में भारी संख्या में देश के हर प्रान्तों से साधु - सन्तों ने अपनी उपस्थिति दी तथा भारी संख्या में मातृशक्तियां कलश यात्रा में शामिल हुई। कलश यात्रा में शामिल सभी मातृशक्तियों को और उपस्थित साधु - सन्तों को मां नर्मदा कुम्भ कलश रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।