
सिटी स्टेशन वाराणसी मे रेलवे सुरक्षा बल के पुलिस कर्मी ने बेवजह युवक को डंडे से पिटा।
वाराणसी - वाराणसी सिटी स्टेशन (अलईपुरा) के समीप गेट संख्या 25, नक्खी घाट रेलवे क्रासिंग पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल के पुलिस कर्मी ने गलत साइड से आ आने पर एक 19 साल के बालक महताब अहमद पुत्र अफजाल अहमद निवासी जैतपुरा वाराणसी को बर्बता पूर्वक मारने की घटना को मानवाधिकार परामर्शदात्री समिति के जिला वाराणसी इकाई ने गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लिया।
3 दिन पूर्व रेलवे सुरक्षा बल के कर्मी द्वारा नक्खी घाट रेलवे क्रासिंग पर उक्त बालक को पहले सड़क पर ही थप्पड़ मारा। जब बालक ने पूछा कि मुझे क्यों मारा गया है तब उस बालक को गालियां देते हुए पुलिसिया रौब दिखाते हुए डराने का प्रयास किया गया। बालक ने रोते हुए इस घटना की शिकायत करने की बात कही जिससे उक्त पुलिस कर्मी आग बबूला हो गया और बालक को पकड़ कर गेट मैन के केबिन में बंद करके प्लास्टिक के डंडे से और लकड़ी के डंडे द्वारा बर्बता पूर्वक पिटाई की गई। अंत में रेलवे पुलिस स्टेशन ले जाकर झूठी रिपोर्ट लगाया कि बिना टिकट स्टेशन परिसर में घूम रहा था और 260/- के चालान काट दी।
पीड़ित बालक के पिता अब उक्त पुलिस कर्मी पर उनके बालक के बर्बता पूर्वक मारने पर मुकदमा पंजीकृत करवाना चाहते थे, और लिखित शिकायत के साथ अपने इलाके के पुलिस स्टेशन जैतपुरा कमिश्नरेट गए। मगर जैतपुरा थाने से उन्हें निराशा मिली क्योंकि उक्त पुलिस कर्मी रेलवे सुरक्षा बल (RPF) से संबंधित था। बालक के पिता अफजाल अहमद द्वारा मुकदमा पंजीकृत कराने के प्रयास में जिला SDM कार्यालय में भी आवेदन का प्रयास किया गया। मामला रेलवे विभाग का होने की वजह से वहां से भी निराशा मिली। अंत में पिता द्वारा मानवाधिकार परामर्शदात्री समिति के मंडल अध्यक्ष सोहेल अहमद से पूरे घटना की जानकारी दी गई। मंडल अध्यक्ष सोहेल अहमद द्वारा सम्पूर्ण मामले को प्रदेश अध्यक्ष ताहिर शम्स अंसारी से अवगत कराया गया।
प्रदेश अध्यक्ष द्वारा तत्काल मामले की गंभीरता को समझा गया क्योंकि आम नागरिक के साथ पुलिसिया बर्बता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। संगठन के राष्टीय मीडिया प्रभारी कुंदन त्रिपाठी द्वारा मामले को रेलवे सुरक्षा बल के उच्च अधिकारियों को विभागीय कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया। जहां से पूरे मामले की विभागीय जांच शुरू हुई। तत्काल उक्त RPF पुलिस कर्मी को पद से मुक्त करते हुए जांच बैठाई गई है। सिटी स्टेशन RPF प्रभारी द्वारा पीड़ित बालक के परिवार से माफी मांगते हुए शिकायत वापस लेने का अनुरोध किया जा रहा है। बालक महताब अहमद द्वारा माफी दिए जाने पर संगठन ने शिकायत वापस लेने का आश्वाशन दिया है।
संगठन के इस कार्यवाही से शायद आगे से कोई पुलिस कर्मी आम नागरिकों को अपनी पुलिसिया बर्बता दिखाने से बचे क्योंकि पुलिस समाज में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए है न कि अपना गुस्सा आम नागरिकों पर उतारने के लिए।
संगठन द्वारा पीड़ित बालक को न्याय दिलाने के प्रयास में राष्टीय मीडिया प्रभारी कुंदन त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष ताहिर शम्स अंसारी, मंडल अध्यक्ष सोहेल अहमद और जिला सचिव मुजीबुर्रहमान ने मुख्य भूमिका निभाई