
जब हमारी टीम साईं मियां मीर फेडरेशन ने रात में सरहाली के बाबा सुखा सिंह जी से मुलाकात की, जो कार सेवा के लिए नदियों पर बांध बनाकर उनकी दिशा बदल रहे थे
जब हमारी टीम साईं मियां मीर फेडरेशन ने रात में सरहाली के बाबा सुखा सिंह जी से मुलाकात की, जो कार सेवा के लिए नदियों पर बांध बनाकर उनकी दिशा बदल रहे थे...!
रावी नदी के किनारे बसे गाँवों में चिकित्सा शिविर लगाकर जब हम रात को लौट रहे थे, तो सेवादार बाबा सुखा सिंह जी को उनके सेवकों ने बताया कि साईं मियां मीर फाउंडेशन की टीम रात तक लोगों की सेवा में लगी रही। बाबा जी ने हमारी टीम के हर सदस्य को सरोपा और प्रसाद देकर सम्मानित किया। साईं मियां मीर फाउंडेशन के सेवक के रूप में, हमने लगभग आधे घंटे तक पंजाब के मौजूदा हालात पर चर्चा की।
बाबा जी ने फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे सेवा कार्यों की प्रशंसा की और दास को प्रोत्साहित किया तथा उन्हें सलाह दी:
जिस तरह सरकार ने ननकाना साहिब जाने पर रोक लगा दी है, इस बार हो सके तो आप अपने ग्रुप को बांग्लादेश और गुरुद्वारों तक ले जा सकते हैं।
इसलिए चर्चा के लिए निमंत्रण दिया गया। गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों से बांग्लादेश के ऐतिहासिक गुरुद्वारों में बाबा सेवा सिंह सरहाली वाले की सेवा जारी है।