
बीती रात गैर समुदाय द्वारा कराया गया देव स्थान पर निर्माण कार्य, ग्रामीणों ने हाईकोर्ट के जज की की अध्यक्षता में की निष्पक्ष जांच की मांग
देवस्थान पर कोर्ट के आदेशानुसार कराये जा रहे निर्माण कार्य पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है की अगर अदालत का आदेश है तो रात में देवस्थान पर निर्माण कार्य क्यों कराया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों ने पूरे मामले में हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में निष्पक्ष जांच की मांग की है, और प्रशासन पर वादी पक्ष से मिलीभगत के आरोप लगाये है। बीती रात विकासखंड अमरिया क्षेत्र के ग्राम कैंचूटांडा में हीरो एजेंसी के पास मझोला रोड़ पर स्थित देवस्थान पर गैर समुदाय के लोगों द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा की अगर अदालत ने वादी पक्ष को निर्माण के लिए आदेशित किया है, तो गैरसमुदाय द्वारा रात के अंधेरे में गुपचुप तरीके से निर्माण कार्य क्यों कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने इसे तहसील प्रशासन और पुलिस के आपसी मिलीभगत का नतीजा बताया। उनका कहना है की अगर अदालत के आदेश पर सारा निर्माण हो हो रहा है तो इस पर प्रशासन ने रात में देवस्थान पर निर्माण कार्य की अनुमति कैसे दी। अगर सबकुछ ठीक था तो निर्माण कार्य दिन में कराये जाने से किसी को भी कोई आपत्ति नही होती। वहीं लोगों ने यह आशंका भी जाहिर की है त्योहारी सीजन में पड़ने वाली छुट्टियों के चलते यह कार्य किया गया है। जिससे अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ सके। वही प्रतिवादी निरंजन लाल अधिवक्ता के अनुसार कल शाम प्रशासन द्वारा प्रतिवादियों पर बल प्रयोग कर यह अनुचित कार्य कराया गया है। उन्होंने बताया की जब उपजिलाधिकारी अमरिया से प्रकरण पर बात करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने बताया की मै कुछ नही कर सकता मेरा इसमें कोई रोल नही। वही तहसीलदार अमरिया ने बरेली जाने की बात कह कर अपनी जिम्मेदारी से मुंहमोड़ लिया। वही मामले में ग्रामीणों ने हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में निष्पक्ष जांच की जाये।