
यह दावा कि अगर किसी मुस्लिम विधायक के घर से हथियार मिलते तो गोदी मीडिया उसे आतंकी घोषित कर देती, एक महत्वपूर्ण सवाल उठाता है। गोदी मीडिया पर अक्सर....
यह दावा कि अगर किसी मुस्लिम विधायक के घर से हथियार मिलते तो गोदी मीडिया उसे आतंकी घोषित कर देती, एक महत्वपूर्ण सवाल उठाता है। गोदी मीडिया पर अक्सर आरोप लगता है कि वह सत्ता पक्ष के प्रति पक्षपाती होती है और विपक्ष के खिलाफ नकारात्मक प्रचार करती है।
*गोदी मीडिया की परिभाषा और आरोप*
गोदी मीडिया को एक ऐसा मीडिया हाउस माना जाता है जो सत्तारूढ़ दल के एजेंडे को बढ़ावा देता है और उसके खिलाफ किसी भी तरह की खबर को दबाने की कोशिश करता है। इस पर आरोप है कि यह फर्जी खबरें और भड़काऊ कहानियां चलाता है, जो अक्सर असत्य होती हैं और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले केंद्र और राज्य सरकारों के एजेंडे का समर्थन करती हैं ¹।
*गोदी मीडिया के उदाहरण*
कुछ मीडिया चैनल जिन्हें गोदी मीडिया कहा जाता है, उनमें शामिल हैं ¹:
- *टीवी चैनल*: टाइम्स नाउ, रिपब्लिक टीवी भारत, रिपब्लिक टीवी, इंडिया टुडे, आज तक, एबीपी न्यूज़, सुदर्शन न्यूज़, सीएनएन-न्यूज़ 18, इंडिया टीवी
*निष्कर्ष*
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि मीडिया कैसे विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं के बारे में खबरें प्रस्तुत करता है और क्या यह वास्तव में निष्पक्षता बनाए रखता है या नहीं। रघुराम प्रताप सिंह के मामले में, यह देखना दिलचस्प होगा कि मीडिया कैसे उनके खिलाफ आरोपों को कवर करता है और क्या यह कवरेज निष्पक्ष है या नहीं।