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अपना ब्लड ग्रुप पता होना बेहद जरूरी, मरीज को समय पर मिलता है उपचार, नर्सिंग ऑफिसर ने गंभीर मरीज को उपलब्ध कराई बी पॉजिटिव एसडीपी।

कोटा। टीम जीवन दाता द्वारा लोगों को निरंतर मोटिवेट किया जाता है, ऐसे में निरंतर प्रयास किया जाता है कि लोगों को अपना ब्लड ग्रुप पता होना चाहिए, खासकर ग्रामीण अंचल के लोगों में अभी भी जागरूकता की आवश्यकता है, लायंस क्लब कोटा टेक्नो के निदेशक व टीम जीवन दाता के संरक्षक व संयोजक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से कोटा उपचार के लिए आए बनवारी लाल की तबीयत खराब होने पर उन्हें बी पॉजिटिव एसडीपी की आवश्यकता थी, लेकिन परिजनों को उनका ब्लड ग्रुप पता नहीं था, इससे एसडीपी के दौरान काफी विलंब हुआ, वहीं एसडीपी भी विलम्ब से चढ सकी, जब ब्लड ग्रुप पता किया तो वह बड़ा ही कॉमन था और शीघ्र ही रजनीश खंडेलवाल को कॉल किया, वह शीघ्र ही अपना ब्लड सेंटर तलवंडी पहुंचे और उन्होंने 19वीं बार एसडीपी डोनेट कि, इससे पूर्व वह 26 बार ब्लड डोनेशन कर चुके हैं। रजनीश खंडेलवाल का भी कहना है कि वह नर्सिंग आॅफिसर होने के साथ ही लोगों को ब्लड ग्रुप की जानकारी निरंतर देते हैं, ब्लड ग्रुप यदि पता होता है तो मरीज के उपचार में विलंब नहीं होता और उसकी जान बचाने में आसानी होती है। रजनीश की धर्मपत्नी अमिता का सहयोग हमेशा रहता है , वे देर रात भी रक्त की आवश्यकता होने पर हमेशा ब्लड बैंक जाकर मदद करने के लिए प्रेरित करती है । हम सभी को अपना और परिवार के सदस्यों का ब्लड ग्रुप पता होना चाहिए। टीम जीवन दाता के संरक्षक व संयोजक भुवनेश गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान सप्ताह के तहत भी लोगों को निरंतर जागरूक किया जा रहा है, उनकी भ्रांतियां को दूर किया जा रहा है और खासकर ग्रामीण अंचल के लोगों को रक्तदान के क्षेत्र में सेवा के लिए आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है।

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