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सांसद बंटी विवेक साहू के प्रयासों से मृतक बच्चों के परिजनों को मिलेगी 4-4 लाख की सहायता राशि

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतक बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की

मुख्यमंत्री ने कोल्ड्रिफ कप सिरप को पूरे प्रदेश में किया प्रतिबंधित

सीएम ने छापामारी कर अमानक दवा जब्त करने के दिये निर्देश

सीएम ने कहा दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा

मुख्यमंत्री ने कहा उपचाररत बच्चों का पूरा इलाज कराएगी राज्य सरकार

छिन्दवाड़ा। सांसद बंटी विवेक साहू के प्रयासों से मृतक बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख की सहायता राशि मिल सकेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उक्त राशि देने की घोषणा कर दी है। सांसद श्री साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूरे प्रदेश में कोल्ड्रिफ कप सिरप को पूरी तरह से प्रतिबंधित करते हुए छापामार कार्यवाही कर दवाई दुकानों से सिरप को जब्ती करने के आदेश भी जारी कर दिए है। सीएम ने कहा है कि इसके दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा, साथ ही उपचाररत बच्चों के इलाज का पूरा खर्च सरकार द्वारा उठाया जायेगा।
सांसद श्री साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ कप सिरप के कारण बच्चों की हुई मृत्यु अत्यंत दुखद है। कोल्ड्रिफ कप सिरप की जांच रिपोर्ट आने पर मध्यप्रदेश में इस सिरप की बिक्री को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रदेश में अभियान के तौर पर छापामारी कर कोल्ड्रिफ सिरप को जप्त किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में इस सिरप के कारण जिन 11 बच्चों को मृत्यु हुई है, उनके परिजन को 4-4 लाख रूपये आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। साथ ही उपचाररत बच्चों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
विदित हो कि उक्त घटना के प्रारंभ से ही सांसद बंटी विवेक साहू छिन्दवाड़ा के प्रशासनीक अमले के संपर्क में रहते हुए उन्हें दिशा निर्देंश प्रदान कर रहे है। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल से लगातार संपर्क करते हुए घटना की जानकारी उन्हें उपलब्ध करा रहे है। सांसद श्री साहू ने ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से परिजनों को आर्थिक सहायता राशि दिए जाने का निवेदन किया था।

जांच नमूने पाए गए अमान्य

सांसद श्री साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छिंदवाड़ा की घटना को संज्ञान में आने पर कोल्ड्रिफ सिरप के सैम्पल जाँच के लिए भेज गये थे। शनिवार की सुबह जाँच रिपोर्ट में पाया गया कि जाँच नमूने अमान्य पाये गये है। इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए कोल्ड्रिफ कप सिरप के विक्रय को पूरे प्रदेश में प्रतिबंधित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य स्तर पर भी इस मामले में संयुक्त जांच टीम बनाई गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।

जांच में पाई गई 48.6 प्रतिशत डाई एथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा

तमिलनाडु के औषधि नियंत्रक, द्वारा कोल्ड्रिफ सिरप को नॉट ऑफ़ स्टैण्डर्ड क्वालिटी (एनएसक्यू) घोषित किया गया है। शासकीय औषधि विश्लेषक, औषधि परीक्षण प्रयोगशाला, चेन्नई के परीक्षण अनुसार इस सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा पाई गई 48.6 प्रतिशत पाई गई है, जो एक जहरीला तत्व है और स्वास्थ्य के लिए गंभीर रूप से हानिकारक है। जिला छिंदवाड़ा से बच्चों की मृत्यु की घटनाओं की पृष्ठभूमि में इस औषधि की संदिग्ध भूमिका को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में कठोर कदम उठाए गए हैं।

कोल्ड्रिफ कप सिरप को किया प्रतिबंधित

सांसद बंटी विवेक साहू ने बताया कि नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन डॉ. दिनेश कुमार मौर्य ने प्रदेश के समस्त वरिष्ठ औषधि निरीक्षक एवं औषधि निरीक्षकों को निर्देशित किया है कि उक्त दवा का विक्रय एवं वितरण तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। यदि यह दवा उपलब्ध हो तो इसे तुरंत सील कर लिया जाए तथा नष्ट नहीं किया जाए, जैसा कि औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 और नियमों में प्रावधान है। संबंधित औषधि के नमूने संकलित कर परीक्षण हेतु शासकीय औषधि प्रयोगशालाओं को भेजे जाएं। कोल्ड्रिफ सिरप के अन्य बैचेस भी यदि उपलब्ध हों तो उन्हें भी सील कर नमूने परीक्षण हेतु भेजे जाएं। जनहित को देखते हुए मेसर्स स्रेसन फार्मास्यूटिकल द्वारा निर्मित सभी अन्य औषधियों की बिक्री एवं उपयोग भी तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है और इनके नमूने कानूनी परीक्षण हेतु संकलित किए जा रहे हैं। साथ ही प्रदेश में इस दवा की आवाजाही पर सख्त निगरानी के निर्देश हैं।

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