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मेला दशहरा में बिखरी सिंधी संस्कृति की छटा, मोहित शिवाणी के साथ सिंफनी बैंड की प्रस्तुतियों ने सिंधी कार्यक्रम में झूमने पर मजबूर किया

कोटा, 4 अक्टूबर। राष्ट्रीय मेला दशहरा 2025 में शनिवार को विजयश्री रंगमंच पर सिंधी संगीत की छटा बिखरी। गायक कलाकार मोहित शिवाणी के साथ सिंफनी बैंड की प्रस्तुतियों ने सिंधी कार्यक्रम में झूमने पर मजबूर कर दिया। निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन, अतिरिक्त मेला अधिकारी महेश चंद्र गोयल, मेला प्रभारी सत्यनारायण राठौर ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मोहित शिवाणी ने मंच पर आते ही श्रोताओं से आयोलाल सभीचो कहकर स्वागत किया तो पांडाल झूलेलाल के जयकारों से गूंज उठा।

उन्होंने सिंधी संगीत संध्या की शुरुआत सुपर हिट गीत "रखत ज्योतिन वारे ते पाणी पूरी कंदो.." से की तो दर्शक झूम उठे। इसके बाद "ऊहो हथ मथे करे.. जियो सिन्धी सोणा.. सिन्धी अब्बाणि बोली.. मिठडी बानी बोली... जी ले लालण, जीवे साइयां...लाल कलंदर जीवे... दम दमादम.." पर झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद एक से एक बेहतरीन गीतों की प्रस्तुति दी। उन्होंने अजरख पाए सिंधी था लगन.../ जज त मुहिंजो लाल आयो झ../ सुहिणा रास्ता था सजनी ./ लाल झूलेलाल सबीही चयो लाल झूलेलाल.. गाया हर कोई थिरकने लगा।

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कलाकार शुभम नाथानी, मोहित शिवानी, ऋतिका सुन्द्रानी और अमन सुन्द्रानी अपने सुरों और स्वर लहरियों से मंच को जीवंत कर दिया। गायकों ने सिंफनी बैंड की धुन पर शनिवार की शाम की सिंधीयत के नाम लिखते हुए " झूलेलाल जीवे साइयां... " सुनाया तो आयोलाल झूलेलाल से विजयश्री रंगमंच गूंज उठा। उन्होंने "मेला नसीबन जा.. जिए मुंझी सिंध.. झूलण इन्दो झूलीदे.. हो जमालो.. से धमाल मचा दिया। इससे पहले भगवान झूलेलाल की। इसके बाद "बेड़ी पार उतार लालण.. की प्रस्तुति देते हुए अरदास की।

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