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Kota : मेले में मनोरंजन, स्वाद और खरीदी की रौनक, व्यापारियों की हुई मौज

कोटा, 4 अक्टूबर। राष्ट्रीय मेला दशहरा 2025 में मनोरंजन, स्वाद और खरीदी की रौनक अब जमने लगी हैं। वीकेंड पर शनिवार को अवकाश के दिन भीड़ रही तो झूला संचालकों, दुकानदारों और चाट पकौड़ी वालों के साथ, रेस्टोरेंट की खूब मौज रही।

मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि मेले में इस वर्ष पहले से अधिक झूले लगे हैं। इसके लिए प्लानिंग कर मेला परिसर में अतिरिक्त जगह निकाली गई थी। झूला बाजार में मौत का कुआं, जॉइंट व्हील, ब्रेक डांस, कोलंबस, ड्रेगन, सलेम्बो, रेंजर, ट्विस्टर, ओक्टपस जैसे झूले लगे हैं। ये झूले मेले में एक जगह न होकर पूरे प्रांगण में लगे हैं। जिससे सभी तरफ के व्यापारियों को लाभ हो सके।

विवेक राजवंशी ने बताया कि इस बार भी मेले में आस्था और मनोरंजन दोनों का विशेष संगम देखने को मिल रहा है। मेले में अयोध्या श्रीराम मंदिर की तर्ज पर भव्य मंदिर का मॉडल तैयार किया गया है। मेले में सर्कस और मौत का कुंआ भी संचालित हो रहे हैं। पानी में कीड़ा करती हुई जल परी भी आकर्षण का केन्द्र है।

राजवंशी ने बताया कि इस वर्ष भी मेले का बीमा करवाया गया है। इससे मेले के दौरान कोई भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न होने पर प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा। झूला संचालकों से भी अलग से बीमा करवाया गया है। मेले में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

*यूपीआई से हो रहा पेमेंट*
डिजिटलाइजेशन के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत में कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों के परिणाम मेले में भी दिख रहे हैं। मेले में खरीदी के लिए यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) का खूब इस्तेमाल हो रहा है। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया बनाने की मुहिम को जमीनी स्तर पर साकार करने के लिए इस बार मेला समिति ने मेले में दुकान लेने आए बड़े और मझोले ही नहीं छोटे दुकानदारों तक से यूपीआई से पेमेंट लेने का अनुरोध किया था। समिति की कोशिशों का फायदा यह हुआ कि सभी झूलों, खाने पीने से लेकर मेले में किसी भी तरह का सामान बेच रहे लोगों ने यूपीआई का इस्तेमाल किया है।

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