logo

स्वदेशी को अपनाकर हमें आत्मनिर्भर बनना होगा : हरेंद्र सहरावत

ब्यूरो संवाददाता परवीन कुकरेजा
999 10 11 999
गजराज आर्य की रिपोर्ट

हथीन , पलवल : 5 अक्टूबर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा हथीन क्षेत्र में शताब्दी वर्ष के निमित्त रविवार को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम में शस्त्र पूजन और पथ संचलन की शुरुआत की गई है। पूर्ण गणवेश में कार्यकर्ताओं ने घोष और वाद्य यंत्रों के साथ पथ संचलन निकाला, जिसमें बच्चों से लेकर युवा, मातृशक्ति और बुजुर्ग शामिल रहे। गहलब मंडल में आयोजित शताब्दी वर्ष का कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लेक्चरर हरेंद्र सहरावत और मुख्य वक्ता सह जिला कार्यवाह नवीन रहे। मुख्य अतिथि हरेंद्र सहरावत ने ने संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने की सभी को शुभकामनाएं दी। संघ की 100 वर्षों की यात्रा अखंड रही है। परिस्थितियां बदलती रही लेकिन कार्य अनवरत चलता रहा। उन्होंने कहा कि विदेशी शक्तियां भारत को झुकाना चाहती हैं इसके लिए हमें स्वदेशी को अपनाना होगा और आत्मनिर्भर बनना होगा। राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाने के लिए हम सब मिलजुल कर कार्य करें। संघ ने जितना कार्य समाज, राष्ट्र और उसके निर्माण में किया है, उसके लिए इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हमारी आयु बढ़ती है हमें और अच्छे के लिए प्रयास करने चाहिए। समाज में कोई ऊंचा नीचा या छोटा बड़ा नहीं है। इस भावना को जब हम लेकर चलेंगे तो देश और समाज भी आगे बढ़ेगा।



हथीन मंडल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचीन सिद्धपीठ शिव मंदिर कुंडा धाम हथीन के पीठाधीश्वर अमरदास महाराज, मुख्य अतिथि नरेश चौधरी, मुख्य वक्ता सह प्रांत बौद्धिक शिक्षण प्रमुख ऋषिपाल रहे। मुख्य अतिथि नरेश चौधरी ने कहा कि हम सभी संघ की राष्ट्रवादी विचार धारा को आगे बढाकर भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते रहेंगे। अमरदास महाराज ने कहा कि जब तक आपके जीवन में सेवा रूप सद्गुण स्थापित नहीं होगा, तब तक आप स्वयं सेवक कहलाने के अधिकारी नहीं होंगे। जीवन में सेवा का भाव ही लेकर चलें तब ही सच्चे और स्वयं सेवक कहला सकेंगे। मुख्य वक्ता ऋषिपाल ने सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण जागरण, स्वदेशी व स्वाभलंभन तथा नागरिक कर्तव्य के बारे में बताया।

मंढनाका मंडल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जिला बौद्धिक प्रमुख गणेश कुमार रहे। उन्होंने कहा कि संघ ने अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने तक देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने में योगदान दिया।

5
675 views