
राजा भैया का खौफ डरती है, वर्तमान सरकार भी भैया का है रोला🥱🥱🥱
राजा भैया के यहां हथियारों की हकीकत
भारत में आर्म्स एक्ट, 1959 और उसके संशोधन के अनुसार
पहले एक व्यक्ति को अधिकतम 3 शस्त्र (गन) रखने की अनुमति थी, लेकिन 2019 में हुए संशोधन के बाद यह संख्या घटाकर अधिकतम 2 शस्त्र कर दी गई है
इसका मतलब है कि कोई भी नागरिक अपने नाम पर 2 से अधिक शस्त्र लाइसेंस नहीं ले सकता
पुराने जिन लोगों के पास 3 शस्त्र थे, उन्हें एक शस्त्र सरेंडर करना पड़ा था
जब एक व्यक्ति अधिकतम 2 शस्त्र लाइसेंस रख सकता है, तो फिर रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया को इतने लाइसेंस किसने दे दिए? उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई, यह सभी शस्त्र सरेंडर क्यों नहीं हुए?
अगर यह सारे शस्त्र राजा भैया के नहीं हैं इनके मिलने जुलने वालों के हैं, तो राजा भैया इस तरह इकट्ठा कर पूजन करके क्या साबित करना चाहते हैं?
क्या यह जनता को अपना भय दिखाना नहीं है?
मुझे लगता है इसके लिए राजा भैया के ऊपर और जिसके जिसके भी है शास्त्र हैं उन सभी के ऊपर उत्तर प्रदेश सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए, वैसे आप लोगों को क्या लगता है कार्रवाई होनी चाहिए कि नहीं.
इस तरह का सरकार का दोहरा चरित्र देश के लिए बहुत ही खतरनाक और नींदनीए है । जहां छोटा बच्चा भी अपने मोबाइल में किसी बंदूक पिस्टल का फोटो भी मोबाइल में रखता है तो उसे पर FIR कर आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया जाता है उसे पीटा जाता है।
लेकिन वहीं दूसरी तरफ सरकार में रहते हुए सरकार की नुमाँदे किस तरह से हथियारों की पूजा कर रहे हैं देखकर लगता है जैसे किसी आतंकवादी गतिविधि को अंजाम देने की तैयारी में वह रे गोदी मीडिया जो खबर दिखाने होती है वह नहीं दिखाई। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें इनको दो बॉडीगार्ड भी दिए गए हैं जो कि बंदूकधारी हैं लेकिन फिर भी इतने सारे हथियारों में क्या जरूरत है? इस पर कोई मीडिया ने और सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया क्यों?