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घुसिया पंचायत कोच तहसील बिलोक के गांव घुसिया में मरघट पर मुर्दा ले जाने के लिए नही है कोई रास्ता गांव बाले परेशान

ग्राम घुसिया मे मरघटा तक मरे हुए इन्सान को अन्तिम संस्कार के लिए ले जाने का कोई रस्ता नही है गांव बाले परेशान हैं काई बार सिकायत करने पर नही होती है कोई कार्रवाई लेख पाल की साठ गांठ से सिकायतो का झूठा निस्तारण कर बन्द कर दी जाती है काई साल से ग्रामीण मरघट पर मुर्दा जलाने के लिए रस्ता ना होने के कारण अपने खेत या सडक किनारे ही जला देते हैं तब की घुसिया में मरघट की भूमि लगभग सात साढे सात बीघा है यहा ऐक कब्रिस्तान भी है बो लगभग ऐक या आधा बीघा खतोनी में दर्ज है लेकिन कब्रिस्तान का तो अता पता नहीं है मरघटा जो खतोनी अनुसार सात साढे सात बीघा जमीन पर है आज मोजूदगी में ऐक आधा बीघा जमीन पर ही मुस्कील में है लोगो ने कब्जा कर खेत बना लिया है इतना ही नहीं काई बार सिकायत करने पर भी कोई नपती लेखपाल कानिगो के मध्यम से नही की गई शाशान प्रशाशन को लिखित आवेदन देने के बाद भी शाशान मोन बना है ओर कब्जा करने वाले बुलन्द बने हैं प्रधान प्रतिनिधि भी गांव बालो के साथ ना देकर कब्जा धारियो से मिला हे गांव घुसिया बाले मरघटा के रस्ता ना होने से परेशान हैं बार बार करते हैं सिकायत नही होती कोई कार्रवाई फाईल फोटो

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