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राष्ट्रपति कार्यालय से प्राप्त शुभकामना संदेश से ग़ज़लकार एवं पत्रकार असलम गोरखपुरी उत्साहित (मुद्रा मुक्त विश्व समाज के सपने को साकार करने में जुटे)

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​**शीर्षक: ** उच्च-स्तरीय सम्मेलन 'सीमाों से परे एकता' नेपाल में आयोजित: UN की 'विखंडित' स्थिति से उबरने के लिए मुद्रा-मुक्त, संसाधन-आधारित विश्व व्यवस्था की ओर एक वैश्विक पहल
​संधिखर्क, नेपाल –3 नवम्बर, 2025
​वर्ल्ड ह्यूमनिटी रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (WHRO) ने आज संधिखर्क, नेपाल में आगामी उच्च-स्तरीय बहुराष्ट्रीय सम्मेलन 'सीमाओं से परे एकता' (Unity Beyond Borders) की घोषणा की। यह पहल वर्तमान वैश्विक व्यवस्था की प्रणालीगत विफलता पर डब्ल्यूएचआरओ के हालिया शोध के निष्कर्षों की पृष्ठभूमि में आई है, जिसने संयुक्त राष्ट्र (UN) को उसकी प्राथमिक सुरक्षा mandates में 'भू-राजनीतिक रूप से विखंडित' पाया है।
​WHRO के शोध 'UN: United or Untied Nations?' ने निष्कर्ष निकाला कि UN अपने सामूहिक सुरक्षा लक्ष्यों को प्राप्त करने में संघर्ष करता है, मुख्य रूप से सुरक्षा परिषद में वीटो शक्ति के संस्थागत गतिरोध और सदस्य राज्यों की वित्तीय प्रतिबद्धता की कमी के कारण। यह विखंडन राष्ट्रीय स्वार्थों और वर्तमान मुद्रा-आधारित प्रणाली की अंतर्निहित प्रतिस्पर्धात्मक प्रकृति का प्रत्यक्ष परिणाम है।
​परिवर्तन का दृष्टिकोण: संसाधन-आधारित अर्थशास्त्र
​'सीमाओं से परे एकता' सम्मेलन का लक्ष्य एक साहसिक और व्यवहार्य विकल्प प्रस्तावित करना है: एक मुद्रा-मुक्त, संसाधन-आधारित विश्व व्यवस्था। यह प्रतिमान राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करते हुए, मानव कल्याण के लिए पृथ्वी के संसाधनों के वैज्ञानिक और नैतिक प्रबंधन को प्राथमिकता देता है। यह प्रणाली प्रतिस्पर्धा के बजाय सहयोग को प्रोत्साहित करके गरीबी, युद्ध और पर्यावरण विनाश के मूल कारणों को समाप्त करने का प्रयास करेगी।
​अंतर्राष्ट्रीय समर्थन और निमंत्रण
​इस पहल को पहले से ही महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समर्थन प्राप्त हो चुका है:
​भारत गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति के कार्यालय ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए अपनी प्रसन्नता और शुभकामनाएं व्यक्त की हैं, जो इस विचार को बल देता है कि वैश्विक चुनौतियों के लिए प्रणालीगत समाधान आवश्यक हैं।
​नेपाल की अंतरिम प्रधान मंत्री, माननीय श्रीमती सुशीला कार्की, को भी एक औपचारिक निमंत्रण प्रेषित किया गया है, जो इस क्षेत्र में नेतृत्व के लिए मंच तैयार करता है।
​संयुक्त राष्ट्र के महासचिव, महामहिम श्री एंटोनियो गुटेरेस को इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया गया है, ताकि UN चार्टर में निहित 'राष्ट्रों के कार्यों में सामंजस्य स्थापित करने' के आदर्श को साकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के समर्थन को सुरक्षित किया जा सके।
​WHRO के उत्तर प्रदेश राज्य सलाहकार परिषद महासचिव, सैयद मुहम्मद असलम, ने कहा, "हम जानते हैं कि संयुक्त राष्ट्र मानवता के लिए अपरिहार्य है, लेकिन इसकी संरचना इसे प्रमुख संघर्षों के सामने 'बंधा हुआ' रखती है। 'सीमाओं से परे एकता' केवल एक सम्मेलन नहीं है; यह एक नई वैश्विक चेतना की ओर एक प्रस्ताव है जहाँ राष्ट्रों की ऊर्जा एक-दूसरे पर प्रभुत्व स्थापित करने में नहीं, बल्कि सभी के लिए एक साझा, प्रचुर भविष्य बनाने में लगाई जाती है। नेपाल की शांति की भूमि से, हम दुनिया को एक साथ आने का आह्वान कर रहे हैं।"
​यह सम्मेलन राजनयिकों, शिक्षाविदों, अर्थशास्त्रियों, और नागरिक समाज के नेताओं के लिए संसाधन-आधारित अर्थशास्त्र के सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलुओं पर चर्चा करने, तथा एक संयुक्त ग्रह परिवार के निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाने का अवसर होगा।
​मीडिया संपर्क:
[सैयद मुहम्मद असलम]
[महासचिव, उत्तर प्रदेश राज्य सलाहकार परिषद, विश्व मानवाधिकार संगठन ]
[ईमेल:andhiaribagh@gmail.com]
[9264919027]
​The video below discusses the challenges facing Nepal's new interim Prime Minister, Sushila Karki, the individual who has been sent a letter regarding your conference, highlighting the political context in which your event will be taking place.
​Can Nepal's New Interim PM Sushila Karki Restore Order? | Vantage with Palki Sharma

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