
"खैराड़ के पुष्कर" सीता का कुंड में कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित होगा विशाल मेला*
*भीलवाड़ा (सोराज सिंह चौहान)*
*भीलवाड़ा जिले की बिजोलिया पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत माल का खेड़ा(पुलिस थाना मांडलगढ़) में अरावली पर्वतमाला की प्राकृतिक अनुपम छटा के बीच स्थित "खैराड़ का पुष्कर" सीता का कुंड महादेव में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन दिवसीय मेला आयोजित किया जा रहा है। इस मेले के अंतर्गत 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन महिलाएं , बालिकाएं सीता का कुंड में लकड़ी व कागज से निर्मित टाटी को अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए विसर्जन करती है । ऊपर माल, खेराड हाड़ोती और मेवाड़ के कई ग्रामीण लोग इस मेले में बड़े-बड़े झुंडों के साथ भगवान शिव के बम भोले, हर हर महादेव के जय घोष के साथ मेले में शामिल होते हैं। और पूरे दिन डॉलर चकरी एवं कई प्रकार के मिष्ठान खाने के आनंद लेते हैं। महिलाएं झुंड में महादेव के भजन, कीर्तन करते हुए ,महादेव के गीत गाती हुई, क्षेत्र की खुशहाली की कामना करते हुए, भगवान शिव के दर्शनों के लिए कतारों में लग जाती है । यह मेला आसपास के क्षेत्र के प्रमुख मेलों में से एक है। इस मेले में हजारों की संख्या में बड़े हुझुम के साथ भीड़ उमड़ती है। और महादेव से आशीर्वाद लेती है ताकि महादेव की कृपा दृष्टि से पूरे क्षेत्र में अमन चैन और खुशहाली अमर रहे की धारणा को मध्य नजर रखते हुए, सभी लोग दर्शन करने के लिए सीताकुंड पहुंचते हैं।*
*बिजली, पानी, सफाई की व्यवस्था ग्राम पंचायत की ओर से*
*ग्राम पंचायत माल का खेड़ा के प्रशासक प्रतिनिधि रामलाल मेघवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सीता का कुंड में तीन दिन से मेला आयोजित किया जा रहा है। इस मेले में ग्राम पंचायत की ओर से बिजली, पानी एवं साफ सफाई की व्यवस्था की गई है। एवं दुकानदारों को उचित जगह पर स्थान देकर इस मेले में अच्छी, खांसी व्यवस्था की गई है। मेले से संबंधित संपूर्ण प्रकार की तैयारी कर ली गई है।*
*शिव भक्तों द्वारा शिवलिंग का होगा विशेष श्रृंगार*
*सीता का कुंड पंडित बाबूलाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर वर्ष शिव भक्तों के द्वारा शिवलिंग का विशेष श्रृंगार किया जाता है और उसके दर्शनों के लिए ऊपर माल, खेराड, हाडोती एवं मेवाड़ के कई गांवों के लोग हजारों की संख्या में दर्शन के लिए पहुंचकर भगवान शिव से आशीर्वाद लेते हैं एवं अपने परिवार की खुशहाली की कामना करते हैं।*