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ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव पर लगाए खुलेआम भ्रष्टाचार के आरोप

मंडला - मध्यप्रदेश के मंडला जिले के लफरा ग्राम पंचायत से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पंचायत में फैले भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मनमानी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पंचायत में योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, और मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना को भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया है। ग्राम लफरा के ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और सचिव की मिलीभगत से पंचायत में खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि, अपात्र व्यक्तियों को पात्र बनाकर योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि पूर्व रोजगार सहायक संतोष नागवंशी, जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उनकी आईडी का दुरुपयोग करते हुए फर्जी एंट्री की गई हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा कार्य में ऐसे लोगों की भी हाजरी भरी गई, जो चल-फिर भी नहीं सकते। अब सवाल उठता है कि जब व्यक्ति काम करने की स्थिति में नहीं हैं, तो उनकी हाजरी कैसे लगाई गई है?

ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव पर मनमानी का आरोप लगाया हैं, फर्जी लोगों को पैसा मिल रहा है, असली गरीबों को कुछ भी लाभ नहीं मिल रहा…मर चुके आदमी की आई डी से काम दिखाया जा रहा है, ये बहुत बड़ी लापरवाही है, प्रशासन को जांच करनी चाहिए। ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। अब देखना यह है कि भ्रष्टाचारियों पर क्या कार्रवाई होती हैं लफरा ग्राम पंचायत का यह मामला पंचायत व्यवस्था की सच्चाई पर सवाल खड़े करता है।

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