
समद फाउंडेशन की अनोखी पहल — महिलाओं को सिलाई मशीन, प्रमाण पत्र व मोमेंटो देकर किया सम्मानित
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में समाज सेवा का प्रेरक उदाहरण
समाज में सेवा, सहयोग और सशक्तिकरण की मिसाल कायम करते हुए समद फाउंडेशन ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। संस्था के अध्यक्ष मोहम्मद समद (शाबान) के नेतृत्व में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों महिलाओं को सिलाई मशीन, प्रशिक्षण प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना रहा। समद फाउंडेशन का यह प्रयास समाज में सकारात्मक परिवर्तन और महिला विकास का एक जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों और समाजसेवियों ने कहा कि आज की महिला केवल गृहिणी नहीं, बल्कि समाज की रीढ़ है। यदि उसे अवसर और सहयोग दिया जाए तो वह अपने साथ-साथ पूरे परिवार और समाज को आगे बढ़ा सकती है। इस अवसर पर संस्था के कोषाध्यक्ष मोहम्मद ताहिर, वरिष्ठ सलाहकार कार्तवीर सिंह और मोहम्मद शोएब सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। वहीं महिला सदस्यों —शाइना परवीन, साज़िया, सलीबा इकबाल, सादिया सुल्ताना और सोनी परवीन —ने मंच संचालन से लेकर पूरे आयोजन की व्यवस्था तक जिम्मेदारी बखूबी निभाई, जिनकी मेहनत और समर्पण की सभी ने प्रशंसा की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष मोहम्मद समद (शाबान) ने कहा कि समद फाउंडेशन का उद्देश्य समाज में शिक्षा, रोजगार और समान अवसरों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि संस्था की प्राथमिकता समाज के कमजोर वर्गों, विशेषकर महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वे अपने पैरों पर खड़े होकर सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें। उन्होंने कहा —“हमारा संकल्प है कि कोई भी महिला आर्थिक रूप से निर्भर न रहे। हम उन्हें प्रशिक्षण, साधन और सहयोग देकर आत्मनिर्भर बनने का अवसर देते रहेंगे।” कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने फाउंडेशन के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज को नई दिशा देते हैं और सामाजिक एकता को मजबूती प्रदान करते हैं। सभी अतिथियों और लाभार्थी महिलाओं ने समद फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया और कहा कि संस्था का यह प्रयास उनके जीवन में आत्मविश्वास और नई ऊर्जा लेकर आया है। कार्यक्रम के समापन पर संस्था के सभी सदस्यों ने एक साथ मिलकर समाज सेवा के इस मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
लोगों का कहना था कि समद फाउंडेशन की यह पहल न केवल बहराइच बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।