मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 4 दिन चलने वाले 78 वे आलमी तबलीगी इज्तीमा की शुक्रवार को फजिर की नमाज़ से शुरुआत
राजधानी भोपाल में आयोजित 78वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा की शुरुआत शुक्रवार को फजिर की नमाज़ के साथ दीनी माहौल में हुई। सर्द मौसम और ठंडी हवाओं के बावजूद बड़ी तादाद में मुकामी और लगभग भारत के कोने कोने से लोग पहुंचे। फजिर की नमाज के बाद मौलाना हारुन भिवंडी सहाब पहली तकरीर की जिसमें उन्होंने इंसानियत और ईमान की राह पर चलते हुए जिंदगी को कामीयाब की बनाने की अपील की
जुमे की नमाज के बाद मौलाना शरीफ साहब ने तकरीर में कहा- "जो इंसानियत की सेवा करता है, वह अल्लाह की सेवा करता है।" असर की नमाज के बाद मौलाना फारूक ने कहा कि इंसान को "फूल बनना चाहिए, कांटा नहीं-फूल से सब मोहब्बत करते हैं, इसलिए व्यवहार भी ऐसा हो कि लोग पसंद करें पहले दिन इज्तिमा में हर साल की तरह इस साल भी करीब 300 सामूहिक निकाह भी हुए 4 दिन चलने वाले इस दीनी इज्तिमा में करीब 15 से 20 लाख लोगों की आने की उम्मीद है इस दीनी इज्तिमा का समापन सोमवार 17 को दुआ के साथ होगा