logo

सारंगढ़ – कपिस्दा में आज होने वाली जनसुनवाई पर संशय, ग्रामीणों का बड़ा विरोध जारी…!

सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम कपिस्दा में प्रस्तावित ओपन माइनिंग परियोजना को लेकर आज प्रशासन की ओर से जनसुनवाई आयोजित की जानी है। इसके लिए शासन–प्रशासन ने भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ तैयारियां पूरी कर ली हैं। लेकिन दूसरी ओर ग्रामीणों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है, जिससे जनसुनवाई होना है या नहीं—यह बड़ा सवाल बना हुआ है।

🚫 ग्रामीणों का उग्र विरोध – रातभर जाम नारेबाजी जारी

ग्रामीणों का कहना है कि यह परियोजना उनकी जमीन, पर्यावरण और भविष्य के लिए खतरा है। इसी के चलते किसान, महिलाएँ, युवा और बच्चे सभी रातभर से सड़क पर डटे हुए हैं।
• कल देर शाम से ही ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है।
• लगातार नारेबाज़ी करते हुए वे जनसुनवाई रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
• ग्रामीणों का कहना है कि जब तक परियोजना को वापस नहीं लिया जाता, वे पीछे नहीं हटेंगे।
पांच गांव एक जुट होकर विरोध में

कपिस्दा के साथ–साथ आसपास के जोगनी डिपा, लालधुरवा, सरसरा और धौराभाठा गांवों के ग्रामीण भी एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इन सभी गांवों के लोगों का आरोप है कि
• जनसुनवाई सिर्फ औपचारिकता के रूप में की जा रही है।
• उनकी सहमति के बिना खनन का रास्ता बनाया जा रहा है।
• जंगल, जलस्रोत, खेती और घर–आंगन पर खतरा बढ़ जाएगा।

👮 पुलिस बल की तैनाती – प्रशासन सतर्क

स्थिति को देखते हुए स्थानीय पुलिस बल को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। प्रशासन की कोशिश है कि जनसुनवाई शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके, लेकिन ग्रामीणों के तीखे विरोध के चलते स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

❓ जनसुनवाई होगी या टलेगी ..?

प्रदर्शनकारियों की बढ़ती संख्या और उग्र रुख को देखकर यह तय नहीं हो पा रहा है कि जनसुनवाई नियत समय पर शुरू हो पाएगी या फिर प्रशासन को किसी निर्णय में बदलाव करना पड़ेगा।

आज का दिन ग्रामीणों और प्रशासन दोनों के लिए अहम साबित होने वाला है।
कपिस्दा में चल रहे इस विरोध और जनसुनवाई की स्थिति पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

21
1677 views
  
1 shares