
हिंदी साहित्य परिवार द्वारा काशी में तृतीय राष्ट्रीय साहित्यिक अधिवेशन कासफल आयोजन
हिंदी साहित्य परिवार द्वारा काशी में तृतीय राष्ट्रीय साहित्यिक अधिवेशन का आयोजन 16 नवंबर को गांधीनगर कॉलोनी, नरिया स्थित फर्स्ट इंप्रेशन डांस एंड म्यूजिक क्लास में किया गया। साहित्य, भाषा और संस्कृति को समर्पित इस आयोजन में देशभर से आए कवियों, कवयित्रियों और साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से काव्य की विविध धाराओं का समृद्ध प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रसिद्ध कवयित्री प्रियंका अग्निहोत्री ‘गीत’ रहीं, जबकि अध्यक्षता डॉ. रामकरण साहू ‘सजल’ ने की।
आयोजन का संयोजन काशी के साहित्यकार डॉ. नीरज प्रजापति, डॉ. अजय कुमार वर्मा, कवि अमित कुमार ‘अंजान’ और सर्वेश कुमार दुबे ने किया।
अधिवेशन की शुरुआत हिंदी साहित्य परिवार के राष्ट्रीय महासचिव कवि राकेश कुमार बेनवंशी, राष्ट्रीय सचिव पूनम देशवाल, संपदा ठाकुर और सपना पांडे द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। संचालन का दायित्व शांभवी टंडन, कौस्तुभ मिश्रा और कवि अमित कुमार ‘अंजान’ ने संभाला।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर हिंदी साहित्य परिवार के संस्थापक कवि अली अंसारी ने कहा कि संगठन का उद्देश्य काव्य परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुँचाना और हिंदी साहित्य को व्यापक जन-समूह तक पहुँचाने का है। उन्होंने आयोजन की सफलता पर प्रसन्नता जताते हुए सभी आगंतुक कवियों और साहित्यप्रेमियों का आभार व्यक्त किया।
इस साहित्यिक अधिवेशन में देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिष्ठित रचनाकारों ने काव्यपाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। प्रमुख रूप से कंचन सिंह, सत्यवान साहब, विजय नारायण तिवारी, कृष्ण कुमार सरल, सर्वेश अग्रहरि, दीपू कुमारी, श्रद्धा मौर्य, शान्वी गुप्ता, आद्या गुप्ता, श्वेता तिवारी, कृष्णा पांडे, चांदनी वर्मा, धर्मपाल धर्म, विजय भारती, अमीन अली, सरोज बाबा, डॉ. अनामिका वैश्य, उदयभान शर्मा, आदिल राहत, जीवन जिद्दी, रविंद्र रतन, विजय प्रकाश राय, भास्कर राय, जगदीश कौर, रमाकांत मौर्य, निर्मल त्रिपाठी, योगाचार्य धर्मचंद, चंद्रमति चौबे, एम.पी. पाठक, अबरार अंसारी, अजीत सिंह और कौस्तुभ राज यादव सहित कई साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों और प्रतिभागी साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। पूरे दिन चला यह साहित्यिक उत्सव काव्य, संस्कृति और संवाद का प्रभावी मंच साबित हुआ।