logo

अदालत ने सोमवार को अपना फैसला सुनाते हुए दोनों को दोषी करार दिया और 7-7 साल की सजा के साथ 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगा दिया

डबल पैन कार्ड मामले में आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को लेकर रामपुर की राजनीति में फिर एक बड़ा मोड़ आया है। अदालत ने सोमवार को अपना फैसला सुनाते हुए दोनों को दोषी करार दिया और 7-7 साल की सजा के साथ 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगा दिया। अदालत के फैसले के बाद पुलिस ने बाप-बेटे दोनों को तुरंत कस्टडी में ले लिया, जिससे पूरे प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।

यह मामला अब्दुल्ला आज़म के दो पैन कार्ड से जुड़ा है, जिनमें अलग-अलग जन्मतिथि दर्ज होना सामने आया। एक कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1993 और दूसरे में 30 सितंबर 1990 लिखी गई थी। आरोप था कि अलग जन्मतिथि के आधार पर राजनीतिक लाभ उठाने और नामांकन प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की गई। इसी मामले में आज़म खान पर सहयोग और गलत जानकारी उपलब्ध कराने का आरोप लगा, उसी आधार पर अदालत ने दोनों को समान सज़ा सुनाई।

सबसे दिलचस्प बात यह है कि अभी कुछ ही समय पहले आज़म खान जेल से बाहर आए थे और राजनीतिक तौर पर अपनी जमीन फिर से तैयार करने की कोशिश में थे, लेकिन इस फैसले ने उनकी मुश्किलें फिर बढ़ा दीं। आलोचक कह रहे हैं कि अभी तो बाहर आकर ठीक से सांस भी नहीं ली थी, और अदालत का यह बड़ा फैसला फिर से पूरी कहानी वहीं ले गया जहां से शुरू हुई थी।

यह केस आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा मुद्दा बनने वाला है, क्योंकि बचाव पक्ष इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील की तैयारी कर रहा है।

डिस्क्लेमर: यह पोस्ट सोशल मीडिया और समाचार पोर्टलों पर उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर तैयार की गई है।

14
2994 views