
गांव वालों ने कलेक्टर से की शराब दुकान ना खोलने की अपील
सारंगढ़-बिलाईगढ़।
आज जिला मुख्यालय में एक भावुक दृश्य देखने को मिला, जब ग्राम मसानकूड़ा (ग्राम पंचायत अमोदा), जनपद पंचायत बरमकेला के 50 से अधिक ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य और गांव की शांति के लिए एकजुट होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।
उनके हाथों में नारे नहीं, बल्कि विनती से भरा एक ज्ञापन था—
"हमारे गांव में शराब दुकान मत खोलिए।"
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🌿 "हम गांव बचाने आए हैं… न कि किसी से लड़ने"
ग्रामीणों ने कांपती आवाज में कहा—
> “गांव में शराब की दुकान खुल गई तो आने वाली पीढ़ी बर्बाद हो जाएगी।
हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं रहेंगी,
झगड़े बढ़ेंगे, परिवार टूटेंगे।”
कई महिलाएं आंखों में आंसू लिए बोलीं—
> “हम शराब के कारण पहले से ही कई घरों को टूटते हुए देख चुके हैं…
अब और नहीं।”
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👩👦 महिलाएँ और युवा सबसे आगे
इस विरोध में महिलाएँ, युवा और बुजुर्ग सभी साथ थे।
कई महिलाओं ने कहा—
> “हमने इतने सालों में गांव को सुधारा है,
शराब दुकान खोलकर इसे फिर से नशे में डूबने मत दीजिए।”
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📜 कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन
ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की कि—
✔ गांव की सीमा में शराब दुकान की अनुमति रद्द की जाए
✔ गांव को नशामुक्त क्षेत्र घोषित करने पर विचार किया जाए
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✊ ग्रामीणों ने दी चेतावनी
ग्रामीणों ने साफ कहा कि यदि प्रशासन ने उनकी मांग नहीं मानी, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
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🌾 उम्मीद की एक किरण
ज्ञापन सौंपकर लौटते समय ग्रामीणों ने कहा—
> “हमें भरोसा है कि प्रशासन हमारी पीड़ा समझेगा…
और हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित करेगा।”
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**यह सिर्फ एक ज्ञापन नहीं…
यह एक गांव की मासूम पुकार है—
"हमें नशा नहीं, विकास चाहिए।"
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📍 रिपोर्टर:
(अशोक मानिकपुरी)
सारंगढ़–बिलाईगढ़
मो. 7987123133