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मानव सेवा संस्थान सेवा द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के क्रम मे बाल विवाह मुक्त जनपद बनाने का दिलाया गया संकल्प

सिद्धार्थनगर। मानव सेवा संस्थान सेवा द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के क्रम मे बाल विवाह मुक्त जनपद बनाने के संकल्प के साथ व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया गया। 100 दिवसीय देशव्यापी विशेष अभियान के अंतर्गत पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय सिद्धार्थनगर, राजकीय इंटर कालेज नौगढ़, सहित बर्डपुर, लोटन एवं नौगढ़ विकासखण्डों के विभिन्न स्कूलों और समुदाय को जागरूक करते हुए बाल विवाह के विरुद्ध शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान शाम को ग्रामीणों ने कैंडिल मार्च निकाल कर बाल विवाह के विरुद्ध कैंडल मार्च निकाल कर समुदाय के लोगों को संवेदनशील बनाया व जागरूक किया। संस्थान के कार्यकारी निदेशक पुरू मयंक त्रिपाठी ने बताया कि संस्था सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर बाल विवाह उन्मूलन के लिए निरंतर कार्य कर रही है। ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ नेटवर्क के साथ सहयोग के माध्यम से देशभर में एक लाख से अधिक बाल विवाह रोके जा चुके हैं, जिसमें सिद्धार्थनगर की अहम भूमिका रही है। स्कूलों, धार्मिक स्थलों, सेवा प्रदाताओं और पंचायत स्तर पर विशेष रणनीति के साथ जनसहभागिता सुनिश्चित की जा रही है।
अभियान की पहली वर्षगांठ पर जिले के विभिन्न स्थानों पर शपथ समारोह, जनजागरूकता कार्यक्रम तथा बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की जानकारी दी गई। लोगों को बताया गया कि बाल विवाह में शामिल या सहायता करने वाले किसी भी व्यक्ति को कानून के तहत दंडित किया जा सकता है। संस्था ने जिला प्रशासन और कानून लागू करने वाली एजेंसियों के साथ मिलकर कई बाल विवाह रोके हैं। 100 दिवसीय इस अभियान को तीन चरणों में संचालित किया जा रहा है, जिसका अंतिम चरण 8 मार्च 2026 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर संपन्न होगा। अभियान का उद्देश्य जिले को बाल विवाह मुक्त बनाना और बच्चों के अधिकारों की रक्षा हेतु सामूहिक संकल्प को मजबूत करना है। कार्यक्रम में सेवा के कोऑर्डिनेटर, एफएसी सन्दीप कुमार मद्धेशिया, अरुण कुमार मद्धेशिया, एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन से अभिनव द्विवेदी, जिला हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वीमेन से जेंडर स्पेसलिस्ट अर्पणा विश्वास, नजमा समरीन, डीएमसी सरिता वर्मा, सहित बड़ी संख्या में लोगों ने सहभागिता की।

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