
लाखो की लागत से बने कृत्रिम गर्भाधान केंद्र को है डॉक्टर का इंतजार
गोरमी -नगर से पांच किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मानहड़ और सुनारपुरा मे बने कृत्रिम गर्भाधान केंद्र को आज भी डॉक्टर का इंतजार है, चुकि यह गर्भाधान केंद्र आज से 8 माह पूर्व बनकर तैयार हो चुका है किन्तु इसमें बैठने अभी तक कोई डॉक्टर नहीं आता है, ज्ञात हो की इन गर्भाधान केंद्र मे डॉक्टर की नियुक्ति भी है, और उनका पेमेंट भी निकल रहा है, लेकिन इन डॉक्टरों की तानाशाही के आगे शासन की शक्ति भी बौनी नजर आ रही है।
यहाँ परेशान ग्रामीणों का कहना है की प्रतिवर्ष बारिश के मौसम मे पशुओ मे खुरपका ओर मुहपका, गलगेठा जैसे भयानक रोग फ़ैलते है, जिस से हमारे पशुओ की जान भी चली जाती, मगर यहाँ पदस्त डॉक्टर कभी भी हमारे पशुओ को टीका लगाने नहीं आते है,चुकि कोरोना जैसे संकटकाल मे प्राइवेट डॉक्टर भी इलाज करने से कतराते है, ऐसे मे हम अपने पशुओं को लेकर हमेसा चिंतित रहते है ओर यदि हम अपने वीमार पशु का इलाज बाहर प्राइवेट डॉक्टर से कराये तो हमें मुँह मांगी रकम देना पड़ती है,
इसके साथ हीं हमें अपने पशु को कृतिम गर्भाधान के लिए 250 से 500 रूपए तक देने पड़ते है,
यदि इसी गर्भाधान मे सीमन की व्यवस्था हो जाये तो हमारी सारी परेशानी दूर हो जाएगी
इनका कहना है........
यहाँ पदस्त डॉक्टर कभी नहीं आता है,इस कारण हम हमारे पशु को सही समय पर न तो उपचार दें पाते है ओर न हीं समय पर गर्वाधान करा पाते है
राजपाल सिंह -ग्रामीण मानहड़
पशु हॉस्पिटल मे डॉक्टर न होने से हमें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है, जैसा की सब जानते है हम गांव बालो का रोजगार इन पशुओ से हीं चालता है, अगर इनको कुछ हो जाये या समय पर गर्व धारण न हो पाए तो सारी व्यवस्था चरमरा जाती है
कमलेश सिंह -ग्रामीण सुनारपुरा