सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को तेज करने की दी गई थी चेतावनी
पिछले लगभग 7 महीने से सिंधु बॉर्डर पर बैठे किसानों की हो रही है अनदेखी, सरकार को इन से बातचीत करके कोई मध्य सता निकालनी चाहिए जिससे आम जनमानस के रोजगार की समस्याओं को समाधान किया जा सके और आने जाने में लगने वाले दुगने किराए से भी राहत मिल सके। इसका सीधा असर स्थानीय और आम जनमानस की जेब पर पड़ रहा है।जिसके कारण व्यवसाय और स्थानीय निवासी गरीब बेरोजगार कर्मचारी यहां से पलायन कर रहे हैं।