
राजगढ़ जिले की सीमाएं सील होने के बाद भी सारंगपुर के नागरिक हो रहे हैं गायब
सारंगपुर। कोरोना महामारी के इस समय मे जिलेभर की सीमाएं सील हैं और चारों ओर चेक पोस्ट लगी होने के बाद भी नगर से नागरिकों का गायब होना सारंगपुर पुलिस प्रशासन की नाकामी को उजागर कर रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत पांच से छह माह के अंतराल से नगर के दो लोग गुम हो गए हैं, जिनका सुराग पुलिस द्वारा आज तक नहीं लगा सकी। दूसरी ओर नगर के बजरंग कॉलोनी में भी तीन.चार युवकों ने अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। उनकी खुदकुशी के कारणों का राजफाश भी आज तक सारंगपुर पुलिस नहीं कर पाई है।
ो नगर में कई अवैध धंधे पुलिस की साठगांठ से चल रहें हैं। यही कारण है कि नगर की युवा पीढ़ी नशे के आगोश में समाती जा रही है। आए दिन अवैध कारोबारियों को पुलिस पकड़ कर थाने तक न ले जाते हुए रास्ते में ही उनसे सुविधा शुल्क वसूल कर छोड़ देती है तो कुछ को थाने तक ले जाकर धारा 151, 107,116 की कार्रवाई कर पेश कर देती है। इन बातों की चर्चा तो नगर में होती रहती है।
असामाजिक तत्वों द्वारा हाई परसेंटेज का पैसा भी बांटा जा रहा है। हजार के बदले हजारों रुपए वसूले जाते हैं। इन कारणों के चलते युवाओं का मनोबल गिरता जा रहा है। पुलिस किसी भी तरह इनसे राशि वसूलने हेतु दबाव बनाती है। इसका परिणाम यह होता है कि इन युवाओं द्वारा अपने परिवारों के साथ मारपीट गाली-गलौज कर पैसा वसूला जाता है। घर से रकम नहीं मिलने पर युवाओं द्वारा घर छोड़कर भाग जाना आम बात हो गई है। विगत 29 दिसंबर 2019 को शौकत शाह उर्फ भूरा आयु 32 साल पिता मोहम्मद रफीक शाह वार्ड क्रमांक 3 वजीर हुसैन मोटरसाइकिल सहित गायब हुआ था। उसकी मोटरसाइकिल सुबह गोपालपुरा के पास से रोड किनारे पड़ी मिली व उसका मोबाइल भी चालू था, जो कि अगले दिन बन्द होगया था। युवक शौकत आज तक गायब है। उसको परिवार आज तक भी तलाश रहा है उसके परिवार ने बताया कि, ‘हमने सारे रिश्तेदारों के यहां तलाश किया और भी कई स्थानों पर तलाशी करने के बाद भी सफलता नहीं मिली। पुलिस हमें बार-बार परेशान कर दबाव बना रही है। आज पांच माह गुजर चुके हैं, हमारा लड़का नहीं मिला है।’
इसी प्रकार विगत 6 मई 2020 को भी नगर के वार्ड क्रमांक तीन बड़ी खेल का निवासी मोहम्मद इशाक पिता मजीद अंसारी भी घर से चौक में जाने को बोल कर गया था। वह भी आज तक नहीं वापस लौटा। इसकी सूचना उसके बेटे वासिक द्वारा थाने पहुंचकर 7 मई को दी। उसके बाद से उसका आज तक कोई अता-पता पुलिस नहीं लगा पाई है। आज जब वासिक थाने गया तो वहां से जवाब मिल गया कि हम जांच कर रहे हैं तुम्हें फिक्र करने की जरूरत नहीं है घर जाकर आराम करो। वही वासिक का कहना है कि, ‘मेरे पिता छह दिनों से लापता है। मेरे घरवालेें तथा मेरी मां रो-रो कर परेशान हाल है ।
पुलिस की करनी और कथनी में काफी अंतर नजर आने लगा है इसी के चलते आज नगर में पुलिस का विश्वास घटता हुआ नजर आ रहा है।
इस सम्बंध में जब राजगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा का ध्यान आकर्षित कराया गया तो उन्होंने कहा, ‘पूरा मामला क्या है। आप मुझे पूरी जानकारी भेज दें। मैं इस मामले को दिखवाता हूं।’